आदिबदरी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। जिसके साथ ही मंदिर में शीतकालीन दर्शन शुरू हो गए हैं। यहां वर्ष भर में एक माह पौष के लिए भगवान आदिबदरी मंदिर के कपाट बंद रहते हैं। इस मौके पर मंदिर को पर्यटन विभाग ने भव्य रूप से सजाया गया।
कपाट खुलने के दौरान मंदिर में वेद ऋचाओं के स्वरों ने कड़कड़ाती ठंड में भी माहौल भक्तिमय हो गया। कपाटोद्घाटन के बाद दोपहर को यहां महिला मंगल दलों ने धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
मंदिर के मुख्य पुजारी चक्रधर थपलियाल ने बताया कि कपाट ब्रह्ममुहूर्त में सुबह चार बजे खोले गए। जबकि श्रद्धालुओं को सुबह छह बजे से दर्शन शुरू किए। साथ ही मंदिर में वेद ऋचाओं के स्वरों के साथ कड़कड़ाती ठंड में भी माहौल भक्तिमय हो गया।