मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यवासियों और चारधाम यात्रा सहित अन्य यात्रियों से पर्वतीय मार्गों पर यात्रा के दौरान विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। आज रुद्रप्रयाग ज़िले में हुई वाहन दुर्घटना को उन्होंने अत्यंत दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि घायलों को त्वरित चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही लापता लोगों की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ एवं जिला प्रशासन की टीमें युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा पर्वतीय क्षेत्रों में संचालित सार्वजनिक वाहनों की नियमित जांच सुनिश्चित की जाए। खतरनाक मोड़ों और ढलानों पर चेतावनी संकेतकों को दुरुस्त किया जाए और जहां आवश्यक हो, वहां मजबूत सुरक्षा रेलिंग व पैराफिट लगवाए जाएं।
इसके साथ ही उन्होंने परिवहन विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के अनुसार यात्रा मार्गों की स्थिति की सतत निगरानी रखी जाए ताकि किसी भी संभावित खतरे से यात्रियों को समय रहते सचेत किया जा सके।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके, इसके लिए दीर्घकालिक सुरक्षा उपायों पर आधारित एक ठोस कार्य योजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैसे संवेदनशील भूगोल वाले राज्य में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि घायल यात्रियों को हेली और जमीनी माध्यम से उपचार हेतु भेजा गया। दुर्घटना स्थल पर एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम तैनात की।
उन्होंने उच्च जोखिम वाले मार्गों की पहचान कर सुरक्षा उपायों को लागू करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी पर्वतीय जिलों में सार्वजनिक परिवहन की विशेष निगरानी के आदेश भी दिए।
मुख्यमंत्री की इस तत्परता से यह स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में यात्री सुरक्षा को लेकर गंभीर है और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।