मौसम में अचानक बदलाव के बाद प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीजन की बर्फबारी शुरू हो गई है। बर्फ गिरते ही पूरे क्षेत्र में शीतलहर तेज हो गई है और कड़ाके की ठंड ने लोगों की दिनचर्या प्रभावित कर दी है।
नीती घाटी के हालात सबसे ज्यादा प्रभावित बताए जा रहे हैं। कठोर मौसम के कारण यहां के ग्रामीण अब अपने शीतकालीन प्रवास की ओर लौट चुके हैं, जिससे घाटी लगभग खाली हो गई है।
सोमवार दोपहर के बाद अचानक मौसम बिगड़ गया। आसमान में बादल छाने के साथ ही ठंडी हवाएं चलने लगीं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीधे बर्फबारी शुरू हो गई, जिसका असर निचले इलाकों पर भी साफ दिखाई दिया। शाम तक पूरे क्षेत्र में तेज ठिठुरन महसूस की गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से तापमान लगातार गिर रहा है, लेकिन सोमवार को बर्फबारी के बाद ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। रास्तों पर फिसलन बढ़ने और तापमान में गिरावट से हालात और चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि नवंबर के अंत से ही नीती घाटी में ठंड बढ़ने लगती है और जनवरी-फरवरी में यहां प्रवास करना मुश्किल हो जाता है। इसी कारण हर साल की तरह लोग समय पर मैदानी क्षेत्रों की ओर लौट गए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना बनी हुई है, जबकि निचले इलाकों में शीतलहर और पाला पड़ने के आसार हैं।
