किरन भट्ट
बद्रीनाथ धाम की यात्रा की परंपराओं के अनुसार आज ज्योतिर्मठ नृसिंह मंदिर में गरुड़ छाड़ मेला का आयोजन किया गया। इस धार्मिक परंपरा के साथ ही बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
नृसिंह मंदिर में गरुड़ छाड़ मेला का आयोजन किया गया। इस दौरान लकड़ी से बनाए गए भगवान विष्णु जी के वाहन गरुड़ में भगवान विष्णु की प्रतिमा को रस्सी के सहारे अपर बाजार से नृसिंह मंदिर तक छोड़ा गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने प्रतिमा को सुरक्षित गरुड़ से उतारा।
मान्यता है कि बदरीनाथ यात्रा शुरू होने से पूर्व भगवान विष्णु गरुड़ में बैठकर बदरीनाथ धाम पहुंचते हैं। मेला का आयोजन देव पूजाई समिति की ओर से किया गया। देवपूजाई समिति के अध्यक्ष भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। मेला के साथ ही धाम के कपाट खुलने की प्रक्रियाएं भी शुरू हो गई हैं।
इस दौरान यहां बदरीनाथ के रावल अमरनाथ नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, पूर्व धर्माधिकारी भुवन उनियाल सहित सैकड़ों भक्त मौजूद थे।