हरिद्वार। बनारस के घाटों पर जिस तरह मसाने की होली का आयोजन किया जाता है, वैसा ही कुछ नजारा हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर देख लोग अचंभित हो गये। सोमवार को होली के अवसर पर किन्नर अखाडे के़ सदस्य खड़खड़ी घाट पर ठोल नगाडे़ के साथ पहुंचे। जिसके बाद वे सभी चिता की राख से होली खेलने लगे। श्मशान घाट पर किन्नरों को चिता की राख से होली खेलते देख वहां मौजूद लोग आश्चर्य चकित रह गये।
होली के अवसर पर किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर भवानी के नेतृत्व में खड़खड़ी श्मशान घाट पहुंचकर किन्नरों ने सर्वप्रथम वहां पूजा-अर्चना की। जिसके बाद श्मशान में जल रही चिताओं की राख एक-दूसरे को लगाकर होली मनाई।
महामंडलेश्वर मोनिका ने बताया कि किन्नर समाज के लोगों ने खूब धूमधाम से मसाने की होली मनाई। हम लोग हिंदू धर्म से है, तो हम अपना पर्व बहुत अच्छे से मनाते है। बनारस और प्रयागराज में मसाने की होली बड़ी धूमधाम से बनाई जाती है। इस वर्ष से इसकी शुरूवात हरिद्वार में भी हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि आगे भी हर साल इसी तरह यहां मसाने की होली का अयोजन किया जाएंगा। अन्य समाज के लोग घरों में होली मनाते है लेक्नि हमारा किन्नर समाज श्मशान को पूजते है। हम लोगों में श्मशान घाट पर चिता के आगे इसी तरह होली मनाई जाती है। जो इंसान का अखिरी स्थल है। व्यक्ति राम नाम लेकर सनातन धर्म में प्रवेश करता है और मृत्यु के समय भी उसे श्मशान घाट में ही जाना है। एक न एक दिन चिता में जरूर जाना है, तो चिता के सामने ही यह होली मनाई गई है।