विधानसभा सत्र के दौरान विवादित बयान पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को प्रदेश मुख्यालय में तलब किया। प्रेमचंद अग्रवाल के रविवार को पार्टी कार्यालय पहुंच कर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के समक्ष अपना पक्ष रखा। प्रदेश अध्यक्ष ने वाणी पर संयम बरतने की बात कही। वही, उन्होंने सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह करने की बात भी कही।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बंद कमरे में प्रदेश अध्यक्ष भट्ट व प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार के समक्ष विवादित बयान पर अपना पक्ष रखा। इस दौरान भट्ट ने मंत्री को शब्दावली पर संयम बरतें की नसीहत दी। प्रदेश में जिस तरह का माहौल खड़ा हुआ है, वह ठीक नहीं है।
अग्रवाल का कहना था कि उनके भाव बिल्कुल गलत नहीं थे। गाली वाला शब्द भी उनके वक्तव्य से पहले का है। जो न तो पहाड़ के लिए कहा गया और न ही मैदान के लिए। वह पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनका जन्म उत्तराखंड में हुआ है। कुछ लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर ऐसा माहौल बनाया गया।
महेंद्र भट्ट ने कहा, कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने पार्टी से सारे मामले में खेत प्रकट किया है और आश्वस्त किया कि आगे से वह शब्दों के चयन में विशेष ध्यान रखेंगे। अग्रवाल हमारे मंत्री हैं, वह चार बार के विधायक हैं। वह हर बार ज्यादा मतों से जीतते हैं।
भट्ट ने कहा, अब इस तरह का माहौल रुकना चाहिए। आज एक पक्ष बोल रहा है, कल दूसरा पक्ष बोलेगा। सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार कर कुछ लोग प्रदेश का माहौल खराब कर रहे हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री से सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वालों पर निगाह रखने और माहौल खराब करने वालों पर कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, यह राज्य हम सभी का है। राज्य में हमारे यहां पर अलग-अलग अंचल व स्थान हैं। हम सभी मिलजुल कर राज्य को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
राज्य में किसी को भी किसी की भावना आहत करने का कोई अधिकार नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार की भूमि से कहा था कि इस सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। हम सबको मिलकर उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए आगे बढ़ना है।