यमुनोत्री हाईवे पर स्यानाचट्टी के पास कुपड़ा खड्ड में गुरुवार सुबह अचानक मलबा और बड़े-बड़े पत्थर आने से यमुना नदी में बनी झील का जलस्तर एक बार फिर बढ़ गया। इस वजह से स्यानाचट्टी क्षेत्र के कई घरों और होटलों में पानी घुस गया, जिससे लोगों में दहशत फैल गई।
हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्यानाचट्टी, कुथनौर और खरादी के सभी भवनों व होटलों को खाली करवा दिया। करीब 300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं खतरे को देखते हुए कुथनौर और खरादी के कई लोग स्वयं ही अपने मूल गांवों स्यालना, पुजारगांव, पाली और भंसाड़ी में शिफ्ट हो गए।
दोपहर तक मौसम साफ होने के बाद झील का जलस्तर कुछ कम हुआ, लेकिन देर शाम पुनः मलबा आने से स्थिति बिगड़ गई और जलस्तर फिर से बढ़ गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुपड़ा खड्ड से तेज धूप में भी लगातार मलबा और पत्थर बहकर आ रहे हैं, जिससे नदी का बहाव रुक रहा है।
गौरतलब है कि जून के अंत में कुपड़ा खड्ड से आए मलबे के कारण यमुना नदी में झील बनी थी। तब से सिंचाई विभाग की तीन पोकलेन मशीनें लगातार नदी का बहाव दुरुस्त करने में जुटी हैं, लेकिन बार-बार मलबा आने से काम में बाधा आ रही है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे झील और नाले के आसपास जाने से बचें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सूचना दें। लगातार बदलते हालात को देखते हुए राहत व बचाव दल अलर्ट मोड पर तैनात हैं।