श्रीनगर में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत पोर्टल एक और एडिट-05 के बीच 3.3 किमी एस्केप टनल का ब्रेकथ्रू हो गया है। अब श्रीनगर से डुंगरीपंथ तक 9 किमी लंबाई की एस्केप टनल पूरी तरह आर-पार हो चुकी है। यहां अंतिम चरण में सुरंग की खुदाई के साथ, फाइनल कंक्रीट लाइनिंग का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
बृहस्पतिवार को श्रीकोट गैस गोदाम के पास रेलवे लाइन के लिए बनाई जा रही एस्केप टनल का ब्रेकथ्रू सफलतापूर्वक हुआ। ब्रेकथ्रू होते ही कार्यदायी संस्था में लगे मजदूर, कर्मचारी व अधिकारियों ने एक दूसरे को बधाई दी व मिठाई खिलाई।
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच 125 किलोमीटर रेल लाइन परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है। परियोजना के तहत सुरंग निर्माण के कार्य को दस अलग-अलग पैकेजों में विभाजित किया गया है। इसमें पैकेज-6, श्रीनगर जीएन आईटीआई मैदान से डूंगरीपंथ धारी देवी स्टेशन यार्ड तक है।
पैकेज 6 के परियोजना निदेशक पीयूष पंत ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना की सुरंग संख्या 11 की कुल लंबाई 9.05 किमी है, यह सुरंग श्रीनगर व डुगरीपंथ को जोड़ती है। कहा कि सुरंग संख्या 11 वह सुरंग है जिसमें ट्रेन चलेगी इसके साथ एस्केप सुरंग का निर्माण भी साथ-साथ चल रहा है।
निर्मादाही संस्था सोंगदा-ऋत्विक के परियोजना प्रबंधक वीरेश चालमी ने कहा कि अब तक मुख्य सुरंग के दो चरणों में ब्रेकथ्रू हो चुका है, जबकि एस्केप टनल तीन चरणों में ब्रेकथ्रू हुआ है। मुख्य टनल का अंतिम ब्रेकथ्रू दिसंबर माह में प्रस्तावित है, इसके बाद मुख्य सुंरग भी श्रीनगर से डुगरीपंथ तक पूरी तरह आर पार हो जायेगी।