भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग (नीति-मलारी मार्ग) सोमवार को भापकुंड के पास अचानक भारी भूस्खलन के चलते बंद हो गया। इससे न केवल आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि घाटी में गई हुई प्रचार-प्रसार की टीम भी वहीं फंस गई है।
सूत्रों के अनुसार, मार्ग के मंगलवार तक खुलने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि जब तक मार्ग पूरी तरह से सुचारु नहीं होता, जोशीमठ तहसील से जुड़े एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट चुका है।
सीमा सड़क संगठन की टीम ने मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन लगातार बदलते मौसम और बारिश के चलते रुकावटें पैदा हो रही हैं। पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा के कारण भूस्खलन की संभावना भी बनी हुई है, जिससे कार्य में गति नहीं आ पा रही।
प्रशासन ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और आवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की गई है।