उत्तराखण्ड सरकार के “ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के तहत एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने एक करोड़ों रुपये की अवैध एमडीएमए ड्रग फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई थाना नानकमत्ता क्षेत्र के साहनी नर्सरी तिराहे के पास की गई, जहां से भारी मात्रा में प्रतिबंधित कैमिकल्स, पाउडर और तैयार एमडीएमए जब्त की गई है।
इस गिरोह का नेटवर्क उत्तराखण्ड से नेपाल और मुंबई तक फैला हुआ था। कार्रवाई में मुख्य सरगना कुनाल राम कोहली को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से 126 लीटर प्रिकर्सर कैमिकल, 28 किलो पाउडर फार्म में रॉ मैटेरियल तथा 7.41 ग्राम तैयार एमडीएमए बरामद किया गया।
इस पूरे मामले में थाना नानकमत्ता में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21/22/8 के तहत मुकदमा संख्या 142/2025 दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि यह सभी कैमिकल एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रतिबंधित हैं, और इनका बिना वैध लाइसेंस के निर्माण, परिवहन और व्यापार करना पूरी तरह अवैध है।
डीजीपी दीपम सेठ ने इस उल्लेखनीय सफलता के लिए पुलिस और एसटीएफ टीम को 1 लाख के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि, “ड्रग्स के नेटवर्क को जड़ से खत्म करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में उत्तराखण्ड पुलिस लगातार सक्रिय है।”
एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने इस कार्रवाई को ड्रग्स के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया है। इससे ड्रग्स की अवैध आपूर्ति और निर्माण में शामिल गिरोह की कमर तोड़ने में मदद मिलेगी।
“ड्रग्स फ्री देवभूमि” अभियान के तहत उत्तराखण्ड पुलिस ने बीते कुछ महीनों में कई ड्रग तस्करों और सिंथेटिक ड्रग्स निर्माण गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई की है। यह ताज़ा सफलता इस बात का प्रमाण है कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन प्रतिबद्ध है युवाओं को नशे से बचाने के लिए।