केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच स्थित मुनकटिया क्षेत्र में आज सुबह भारी बारिश और बोल्डर गिरने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया। घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम ने अन्य बचाव इकाइयों के साथ त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
इस भूस्खलन की चपेट में आकर रास्ता पूरी तरह बाधित हो गया, जिससे 1619 श्रद्धालु मार्ग में फंस गए थे। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और लगातार बारिश के बीच एसडीआरएफ की टीम ने वैकल्पिक मार्गों से इन सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
रेस्क्यू किए गए लोगों में 1258 पुरुष, 268 महिलाएं और 93 बच्चे शामिल थे। यह बड़ा और चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू अभियान शाम 5 बजे तक सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया।
एसडीआरएफ की तत्परता की सराहना
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एसडीआरएफ के जवानों ने न केवल तेजी दिखाई, बल्कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से निकालने का बेहतरीन कार्य किया। पहाड़ी और फिसलन भरे मार्गों में भी टीम ने संयम और साहस के साथ राहत कार्य को अंजाम दिया।
यात्रियों को दिया गया प्राथमिक उपचार और जलपान
सुरक्षित निकाले गए यात्रियों को प्राथमिक उपचार, जलपान और विश्राम की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई। प्रशासन द्वारा सभी श्रद्धालुओं की सूची तैयार कर उनके परिजनों से संपर्क कराया गया।
प्रशासन सतर्क
जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग और पुलिस प्रशासन की ओर से यह जानकारी दी गई कि यात्रा मार्ग पर मौसम को देखते हुए सुरक्षा प्रबंध और निगरानी को और मजबूत किया जा रहा है। साथ ही यात्रियों से अपील की गई है कि वे मौसम अपडेट लेकर ही यात्रा करें और प्रशासन द्वारा तय मार्गों का ही प्रयोग करें।