उत्तराखंड में देर रात हुई भारी बारिश ने एक बार फिर तबाही मचा दी। उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड़-ओजरी-डाबरकोट के बीच सिलाई बैंड के पास देर रात करीब 12 बजे बादल फटने की घटना सामने आई है। घटना स्थल पर स्थित होटल निर्माण स्थल पूरी तरह तबाह हो गया, जहां काम कर रहे मजदूर तेज सैलाब में बह गए।
अब तक दो शव बरामद, सात मजदूर लापता
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। एसआई विक्रम सिंह के अनुसार, खोजबीन के दौरान दो लापता मजदूरों के शव यमुना नदी के किनारे तिलाड़ी शहीद स्मारक के पास से बरामद किए गए हैं। दोनों शवों को नौगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है।
पालीगाड़ चौकी प्रभारी कांतिराम जोशी ने बताया कि 19 मजदूरों में से 10 को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया, जबकि 9 मजदूर अब भी लापता हैं। लापता मजदूरों में 5 नेपाली मूल के,3 देहरादून निवासी और 1 उत्तर प्रदेश निवासी बताया जा रहा है कि मजदूर यमुनोत्ररी हाईवे पर निर्माण कार्य में लगे हुए थे और टेंट में ही रह रहे थे। तेज सैलाब आने से वे बह गए।
मुख्यमंत्री धामी ने लिया घटना का संज्ञान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनपद उत्तरकाशी की बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में हुए भूस्खलन में कुछ श्रमिकों के लापता होने पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वे निरंतर संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य दल घटनास्थल पर पहुंचकर सघन राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना की है।