भू-बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट कल रात्रि को शीतकाल हेतु बंद हो गए। आज सोमवार प्रात: सेना के बैंड के भक्तिमय धुनों तथा बदरी विशाल के उदघो उद्घोष के साथ उद्धव, कुबेर तथा आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी बदरीनाथ से योग बदरी पांडुकेश्वर मंदिर पहुंच गयी है।
उद्धव एवं कुबेर शीतकाल में पांडुकेश्वर प्रवास करेंगे। आज 18 नवंबर को पांडुकेश्वर प्रवास के बाद कल 19 नवंबर को आदि गुरू शंकराचार्य की गद्दी रावल धर्माधिकारी वेदपाठी सहित नृसिह मंदिर ज्योर्तिमठ प्रस्थान करेंगे।
बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि उद्धव एवं कुबेर शीतकाल में योगबदरी पांडुकेश्वर प्रवास करेंगे। आदि गुरु शंकराचार्य की पावन गद्दी कल मंगलवार 19 नवंबर सुबह 10 बजे योग बदरी पांडुकेश्वर से प्रस्थान कर नृसिंह मंदिर ज्योर्तिमठ स्थित गद्दी स्थल पहुंचेगी इसी के साथ योग बदरी पांडुकेश्वर तथा नरसिह मंदिर ज्योर्तिमठ में शीतकालीन पूजायें भी शुरू हो जायेगी।