उत्तराखंड में होली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में भव्य होली खेली गई। इस दौरान पारंपरिक वाद्ययंत्रों की थाप पर पूरे उत्साह के साथ छोलिया, झोड़ा आदि लोकनृत्य भी करते दिखाई दिए। यहां गांव-गांव से पहुंची होल्यारों की टोली भगवान गोपीनाथ के मंदिर में होली मनाने पहुंचते हैं। इस दौरान मंदिर की रंगत देखते ही बनती है। लंबे समय से यहां यह परंपरा चल रही है।
स्थानीय मान्यता है कि गोपीनाथ मंदिर क्षेत्र में ही श्रीकृष्ण ने गोपियों के साथ रासलीला रचाई थी। मंदिर परिसर में प्रतिवर्ष होली पर्व अनूठे ढंग से मनाया जाता है। नगर क्षेत्र के साथ ही समीपवर्ती गांवों से होल्यारों की टोली मंदिर में पहुंची। यहां भगवान गोपीनाथ को अबीर, गुलाल अर्पित करने के बाद सभी टोलियां मंदिर परिसर में एकत्रित हुई, जिसके बाद यहां लाउडस्पीकर और पारंपरिक वाद्ययंत्र ढोल-दमाऊं की थाप पर होल्यार झूमकर नाचे दिनभर होली के गीतों पर लोग थिरकते रहे।