आगामी 09 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस (रजत जयंती वर्ष) एफआरआई में मुख्य समारोह का आयोजन किया जाना है। समारोह की तैयारियों का लेकर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने आज स्थलीय निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली और व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस का यह अवसर ऐतिहासिक है और इसे भव्य एवं सुव्यवस्थित रूप से आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संभावित दौरे को देखते हुए सुरक्षा और प्रबंधन की तैयारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न हो और सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखी जाएं।
श्री बर्द्धन ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि समारोह में 60 से 70 हजार लोगों की संभावित उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि आमजन की प्रवेश और निकासी व्यवस्था सुव्यवस्थित हो ताकि किसी प्रकार की भीड़भाड़ या असुविधा की स्थिति न बने।
मुख्य सचिव ने यातायात और पार्किंग प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए शहर का यातायात नियंत्रण और पार्किंग प्लान वृहद स्तर पर तैयार किया जाए, जिससे कार्यक्रम स्थल पर आने-जाने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और शहर की सामान्य यातायात व्यवस्था भी प्रभावित न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा, चिकित्सा, पेयजल, साफ-सफाई, विद्युत व्यवस्था तथा आपातकालीन सेवाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर डीजीपी दीपम सेठ, सचिव शैलेश बगौली, डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, विनय शंकर पाण्डेय, विनोद कुमार सुमन, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, तथा महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि 09 नवम्बर का रजत जयंती समारोह उत्तराखण्ड की गरिमा, संस्कृति और उपलब्धियों को भव्य रूप से प्रदर्शित करने वाला एक स्मरणीय आयोजन बन सके।
