चारधाम यात्रा अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रही है। आज सुबह 11:30 बजे मां गंगा के पवित्र धाम गंगोत्री मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधानपूर्वक बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के साथ ही पूरा धाम ‘हर हर गंगे’ के जयघोषों से गूंज उठा।
मां गंगा की उत्सव डोली अब अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव के लिए रवाना होगी। मुखबा में मां गंगा के स्वागत की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। अब पूरे शीतकाल में श्रद्धालु मुखबा गांव में ही मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे।
वहीं, 23 अक्तूबर (भैयादूज) के दिन यमुनोत्री धाम में भी मां यमुना मंदिर के कपाट दोपहर 12:30 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। इसके बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति की पूजा-अर्चना खरसाली गांव में की जाएगी।