उत्तरकाशी जनपद के स्यानाचट्टी क्षेत्र में कुपड़ा खड्ड से आए मलबे के कारण बनी अस्थायी झील को खोलने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है। झील का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में कुछ राहत की उम्मीद जगी है।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत आर्य स्वयं हालात का जायजा लेने पहुंचे। वे राफ्ट के माध्यम से झील के दूसरे किनारे स्थित स्यानाचट्टी गांव पहुंचे और वहां मौजूद लोगों से मुलाकात की। इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि झील को सुरक्षित तरीके से जल्द खोला जाएगा तथा प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रशासन ने झील के बहाव को नियंत्रित करने और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन टीम और सिंचाई विभाग की मशीनरी को मुस्तैद कर रखा है। अधिकारियों का कहना है कि लगातार निगरानी की जा रही है और खतरे की स्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
स्थानीय लोग प्रशासनिक प्रयासों से संतोष जताते हुए झील के शीघ्र निस्तारण की उम्मीद कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्थिति में उन्हें असहाय नहीं छोड़ा जाएगा।