विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न कार्यालयों और विद्यालयों में लंबे समय से लटकी चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों की भर्ती को लेकर विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कड़ी नाराजगी जताई है। भर्ती प्रक्रिया में हो रही अनावश्यक देरी पर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए एक सप्ताह के भीतर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट कहा कि विभाग में आउटसोर्स माध्यम से चतुर्थ श्रेणी के 2364 रिक्त पदों पर अब तक कार्मिकों की तैनाती न होना बेहद गंभीर है। इससे विद्यालयों और कार्यालयों का नियमित कार्य प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में डॉ. रावत ने अधिकारियों को लंबित प्रक्रिया में तत्काल तेजी लाने के निर्देश दिए।
मंत्री के निर्देशों के क्रम में शासन स्तर से विभागीय अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया गया है। इसमें विभागीय स्तर पर एक समिति गठित करने को कहा गया है, जो चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों की योग्यता, सेवा शर्तें और अन्य आवश्यक मानक तय करेगी। साथ ही प्रयाग पोर्टल और सेवायोजन एवं कौशल विकास विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर भर्ती प्रक्रिया को सुचारु रूप से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
डॉ. रावत ने अधिकारियों को चेताया कि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि समिति के गठन के बाद एक सप्ताह के भीतर प्रयाग पोर्टल पर आवेदन आमंत्रित किए जाएं, ताकि पात्र अभ्यर्थियों को समय पर अवसर मिल सके।
शिक्षा मंत्री ने दो टूक कहा कि विद्यालयी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आवश्यक स्टाफ की तैनाती प्राथमिकता है और इसमें अनावश्यक देरी करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
