केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को एक बार फिर प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा। आज सायं लगभग 6:00 बजे, गौरीकुंड बाजार से 50 मीटर आगे केदारनाथ की ओर स्थित पहाड़ी से भारी मलबा और बोल्डर गिरने के कारण पैदल मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया। इस वजह से बड़ी संख्या में यात्री और घोड़ा-खच्चर संचालक फंस गए।
घटना के बाद, मौके पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और कार्यदायी संस्थाएं तुरंत सक्रिय हो गईं। चूंकि प्रभावित क्षेत्र में कोई बुनियादी सुविधा नहीं थी, ऐसे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए त्वरित रणनीति अपनाई गई।

पगडंडी बनाकर किया गया सुरक्षित रेस्क्यू
अधिकारियों ने गिरते मलबे और पत्थरों के ऊपर से एक अस्थायी पगडंडी (कच्चा मार्ग) तैयार किया, जिससे फंसे 80 यात्री, 136 घोड़ा-खच्चर संचालक और उनके घोड़े-खच्चर को सावधानीपूर्वक निकालकर सुरक्षित गंतव्य की ओर भेजा गया।
यात्रा पड़ावों को सतर्क किया गया
घटना की सूचना केदारनाथ धाम समेत अन्य पैदल पड़ावों—लिंचोली, भीमबली, जंगलचट्टी— पर दे दी गई, ताकि वापसी कर रहे यात्रियों को उन्हीं स्थानों पर रोककर आगे की स्थिति स्पष्ट होने तक सुरक्षित रखा जा सके।
कुछ दिन पहले भी बाधित हुआ था यही मार्ग
उल्लेखनीय है कि यह वही स्थान है, जहां कुछ दिन पहले भी भारी बारिश के कारण मार्ग बाधित हुआ था। ऐसे में प्रशासन इस संवेदनशील क्षेत्र पर विशेष निगरानी रख रहा है।