चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। यही वजह है कि तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ बखूबी मिल रहा है। अब तक यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में 37 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है जबकि सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई गई है।
आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो सके इसके लिये मुख्य चिकित्साधिकारियों को एम्बुलेंस का रिस्पॉस टाइम कम से कम करने के निर्देश दे दिये गये है। इसके अलावा चिन्हित स्थानों पर आवश्यकता अनुरूप अतिरिक्त एम्बुलेंस तैनात करने सहित आवश्यक जीवन रक्षक उपरकण एवं दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने को कहा गया है।
सूबे में लागू आदर्श आचार संहिता के बीच निर्वाचन आयोग की अनुमति के उपरांत प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय स्थित सभागार में चार धाम यात्रा को लेकर विभागीय समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने यात्रा मार्गों पर तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी-दिशा निर्देश दिये।
डा. रावत ने बताया कि राज्य में चार धाम यात्रा शुरू हो गई है, जिसमें देश-विदेश से लाखों तीर्थ यात्री शामिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर राज्य सरकार द्वारा तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है, इसके साथ ही स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। जिसके फलस्वरूप विभाग ने अबतक चार धाम आने वाले 37 हजार से अधिक यात्रियों की स्वास्थ्य जांच कर दी है। इसके अलावा यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ करने के दृष्टिगत इस वर्ष 49 स्थाई तथा 56 अस्थाई चिकित्सा इकाई स्थापित की गई है। जिनमें रोटेशन के आधार पर 80 विशेषज्ञ चिकित्सक तथा 465 चिकित्साधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा 337 पैरामेडिकल स्टॉफ की भी तैनाती की गई है। चार धाम यात्रा में कुल 156 एम्बुलैंस तैनात की गई है, जिसमें 77 आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस तथा 79 विभागीय एम्बुलेंस शामिल है।
मंत्री ने बताया कि यात्रा मार्गों पर एम्बुलेंस का रिस्पॉंस टाइम कम से कम करने के निर्देश संबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को दे दिये गये हैं ताकि आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को समय पर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कर उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर 50 हेल्थ एटीएम एवं पीओसीटी डिवाइसेज उपलब्ध कराई गई है ताकि यात्रियों की ईसीजी के साथ ही ऑक्सीजन लेवल व रक्तचाप सहित अन्य जरूरी जांचे की जा सके। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये यात्रा मार्गों पर 08 ब्ल्ड बैंक व 02 ब्ल्ड संग्रहण केन्द्र भी संचालित किये जा रहे हैं।
बैठक में डा. रावत ने विभगाय अधिकारियों को तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करने, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर शत-प्रतिशत यात्रियों का मेडिकल स्क्रीनिंग करने, स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन का पालन करने एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने टोल फ्री नम्बर 104 को और अधिक सक्रिय रखने के निर्देश भी बैठक में दिये।
बैठक में स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह, निदेशक स्वास्थ्य डा. सुनीता टम्टा, डा. तारा आर्य, डा. सबिता हयांकी, डा. भागीरथी जंगपांगी, डा. सुनीता चुफाल, सीएमओ देहरादून डा. संजय जैन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया।
यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य व्यवस्था परखेंगे आलाधिकारी
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने चार धाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को परखने के लिये विभागीय आलाधिकारियों को धरातल पर उतरने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा मार्गों पर स्थित चिकित्सा इकाईयों का भ्रमण कर वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं को परखने को कहा है। विभागीय मंत्री ने बैठक में स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार को केदारनाथ धाम, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर को बदरीनाथ धाम, संयुक्त सचिव अरविंद पांगती को गंगोत्री तथा स्वास्थ्यय महानिदेशक डा. विनीता शाह को यमुनोत्री धाम सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं को परखने की जिम्मेदारी सौपी है। इसके साथ ही वह तीर्थ यात्रियों से संवाद स्थापित कर राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का भी फीडबैक लेंगे।
यात्रा मार्गों पर होगी स्वास्थ्य मित्रों की तैनातीः डा. धन सिंह रावत
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि चार धाम यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर सौ स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती की जायेगी, जिसके निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारियों को दे दिये गये हैं। ये सभी स्वास्थ्य मित्र यात्रियों की किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिये तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य इकाईयों में पहुंचाने का कार्य करेंगे।
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की कैथ लैब का उद्घाटन
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि चार धाम यात्रा को देखते हुये आगामी 07 जून को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित कैथ लैब का उद्घाटन किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को सभी तैयारी पूरी करने के निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि कैथ लैब के शुरू होने से हृदय संबंधी रोगों का पता लगाया जा सकेगा। जिसका लाभ चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को मिलेगा और स्थानीय स्तर पर ही हृदय रोगियों को उपचार देकर उनकी जान बचाई जा सकेगी। रावत ने बताया कि कैथ लैब के संचालन के लिये दो कार्डियोलॉजिस्ट एवं तीन टेक्नीशियन की नियुक्ति की गई है जिसके लिये हाल ही में निर्वाचन आयोग से विशेष अनुमति मांगी गई।