श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों तथा यात्रा सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो इसके लिए जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग के निर्देशन में यात्रा से जुड़े विभागों द्वारा केदारनाथ यात्रा मार्ग से लेकर धाम तक सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई हैं।
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अनीश पिल्लई ने बताया कि धाम में दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों को पेयजल की दिक्कत न हो इसके लिए केदारनाथ यात्रा मार्ग से लेकर धाम तक पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है।
सोनप्रयाग से यात्रा रूट पर पेयजल व्यवस्था हेतु 78 स्टैंड पोस्ट और 6 टैंक टाइप के स्टैंड पोस्ट स्थापित हैं। सीतापुर, सोनप्रयाग और गौरीकुंड में तीन वाटर एटीएम लगाए गए हैं। जनपद रुद्रप्रयाग की सीमा से सोनप्रयाग तक विभिन्न स्थानों पर 175 हैंड पम्प स्थापित हैं।
उन्होंने कहा कि घोड़े-खच्चरों के लिए पानी की समुचित व्यवस्था हेतु गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव से केदारनाथ घोड़ा पड़ाव तक 39 चरहियां बनाई गई हैं। इसके साथ ही घोड़े-खच्चरों के लिए 13 स्थानों पर गीजर लगाते हुए गर्म पानी की व्यवस्था की गई है। सुलभ इंटरनेशनल के इंचार्ज धनंजय पाठक ने बताया कि सुलभ इंटरनेशल द्वारा यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक श्रद्धालुओं के लिए शौचालय की समुचित व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ तक पैदल मार्ग में 82 स्थानों पर सुलभ शौचालय तैयार किए गए हैं। इसके साथ ही केदारनाथ धाम में 135 सुलभ शौचालय तैयार किए गए हैं। सुलभ शौचालय की साफ-सफाई व्यवस्था हेतु 74 पर्यावरण मित्र तैनात किए गए हैं।
इसके अलावा सीतापुर पार्किंग से लेकर केदारनाथ धाम तक साफ-सफाई हेतु 400 पर्यावरण मित्रों को लगाया गया है। इसी तरह जिला पंचायत द्वारा भी यात्रा मार्ग से लेकर सीतापुर तक साफ-सफाई व्यवस्था हेतु 70 पर्यावरण मित्रों को लगाया गया है। नगर पंचायत केदारनाथ द्वारा केदारनाथ धाम की साफ-सफाई व्यवस्था के लिए 51 पर्यावरण मित्रों को लगाया गया है।
केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थयात्रियों को रात्रि के समय आवाजाही में दिक्कत न हो इसके लिए विद्युत विभाग द्वारा सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ धाम तक लगभग 850 स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। उत्तराखण्ड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण द्वारा भी पैदल यात्रा मार्ग से लेकर धाम तक 200 स्थानों पर सौर ऊर्जा स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं।
रुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एचसीएस मार्तोलिया ने बताया कि तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य खराब होने की दशा एवं किन्हीं कारणों से चोट लगने पर तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ धाम तक 12 स्थानों पर मेडिकल रिसोर्स पार्टनर्स (एमआरपी) तैयार किए गए हैं।
जिसमें सोनप्रयाग, छौड़ी, चीरबासा, जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, भैंरों ग्लेशियर, छानी कैम्प, रुद्रा प्वाइंट, बेस कैम्प केदारनाथ (विवेकानंद) तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केदारनाथ में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।