उत्तराखण्ड कांग्रेस में नेताओं का लगातार इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। इस क्रम में आज बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने प्रदेश अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र सौंपा है। हालांकि अभी ये तय नहीं हुआ है कि विधायक आगे क्या करेंगे। इससे पूर्व शनिवार को हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं ने इस्तीफा दिया था। वही, शुक्रवार को गंगोत्री के पूर्व विधायक विजय पाल सजवाण और पुरोला के पूर्व विधायक मालचंद ने भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट इस सीट पर चुनाव हार चुके हैं। चमोली जिले की बदरीनाथ सीट एक मात्र सीट थी जो कि चमोली में कांग्रेस के पास थी। राजेंद्र भंडारी के इस्तीफे के बाद अब ये सीट भी खाली हो जाएगी। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और टिहरी से पूर्व विधायक धन सिंह नेगी ने भी इस्तीफा दे दिया है। 2022 की विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से खफा होकर धन सिंह नेगी ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा था। 2022 में धन सिंह नेगी ने टिहरी विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।