जनपद में नकली दवा बनाकर आमजन की जान को जोखिम में डाल देने के गोरखधंधे पर हरिद्वार पुलिस ने आर्थिक शिकंजा कसते हुए उनकी करीब चार करोड़ चवालीस लाख चौरानवे हजार चार सौ बयासी रुपए की चल-अचल संपत्ति जब्त कर ली है। जब्त की गई संपत्ति में भवन और कृषि भूमि शामिल है।
भगवानपुर और लक्सर क्षेत्र में नकली दवा फैक्ट्री का खुलासा हुआ था। उस वक्त टीम ने दवा फैक्ट्री से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पिछले साल उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया था। गैंगस्टर एक्ट की जांच एसओ झबरेड़ा अंकुर शर्मा को सौंपी गई थी। एसओ झबरेडा ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल से आरोपियों की संपत्तियां जब्त करने की पैरवी की थी, जिसे डीएम ने हरी झंडी दे दी थी।
जिलाधिकारी के आदेश के बाद झबरेडा एसओ ने गैंगलीडर विशाल और सदस्य पंकज की करीब 04,44,94,482/- (चार करोड़ चवालीस लाख चौरानवे हजार चार सौ बयासी रुपए) की संपत्तियां जब्त कर ली। संपत्तियों में फैक्ट्री, कृषि भूमि, चौपहिया वाहन और घर शामिल है। इन्होंने यह संपत्तियां अपने परिजन एवं रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी थी। नशे का धंधा कर वर्षों से कमाई करोड़ों की संपत्ति को हरिद्वार पुलिस द्वारा एक झटके में मिट्टी में मिला देने से नशे का धंधा करने वालों को गहरी चोट लगी है।
वही, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कहा कि नकली दवा बनाना बेहद ही गंभीर अपराध है। सीधे सीधे आमजन की जान को दांव पर लगाया जा रहा है। इस तरह के धंधे में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। नशे के सौदागरों पर भी पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है।
कार्यवाही की जद में आए गैंग सदस्य
1- विशाल पुत्र विलाश निवासी अमरावती महाराष्ट्र हाल आनन्द विहार कालोनी मक्खनपुर भगवानपुर (गैंगलीडर)
2- पंकज पुत्र साधुराम निवासी ग्राम बहादरपुर खादर कोतवाली लक्सर हरिद्वार (सदस्य)