यूकेएसएसएससी की ओर से 21 को आयोजित स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा में नकल के गंभीर आरोपों को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने मामले की गहन और निष्पक्ष जांच हेतु एक एसआइटी गठित किया है।
सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, एसआइटी का नेतृत्व जया बलूनी, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), देहरादून करेंगी।
SIT के सदस्य
- अंकित कंडारी, क्षेत्राधिकारी, देहरादून
- लक्ष्मण सिंह नेगी, निरीक्षक, स्थानीय अभिसूचना इकाई, देहरादून
- गिरीश नेगी, उप निरीक्षक / थानाध्यक्ष, रायपुर, देहरादून
- राजेश ध्यानी, उप निरीक्षक, साईबर पुलिस स्टेशन, देहरादून
अध्यक्ष समय-समय पर अन्य विशेषज्ञों और अधिकारियों का सहयोग भी ले सकेंगी।
SIT का कार्यक्षेत्र
- संपूर्ण प्रदेश में जांच करना
- विभिन्न स्रोतों से मिली शिकायतें, तथ्य और सूचना का परीक्षण
- नकल के तरीकों और इसमें शामिल व्यक्तियों की पहचान
- एक माह के भीतर शासन को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करना
सरकार का रुख
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह मामला जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत लिया गया है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
अब सभी की निगाहें एसआइटी की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह तय होगा कि परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।