श्री केदारनाथ धाम यात्रा अपनी गति के साथ सुचारु रूप से जारी है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से श्रद्धालुओं को यात्रा मार्ग पर किसी प्रकार की बड़ी असुविधा नहीं हो रही है। हाल ही में गौरीकुंड के समीप मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था, लेकिन सुरक्षा बलों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए यात्रियों को सुरक्षित रूप से पार कराया जा रहा है।
बीती रात्रि को क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के चलते गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच के मार्ग पर मलबा और पत्थरों का गिरना सामने आया। यह स्थिति यात्रा मार्ग को कुछ समय के लिए प्रभावित करने वाली रही, लेकिन कार्यदायी संस्था ने तत्परता से मलबा साफ कर मार्ग को दोबारा सुचारु कर दिया है।
प्रशासन की श्रद्धालुओं से अपील
प्रशासन ने श्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर आ रहे सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अतिरिक्त सतर्कता बरतें और मौसम पूर्वानुमान के अनुसार ही यात्रा की योजना बनाएं। उच्च हिमालयी क्षेत्र में मौसम तेजी से बदलता है, इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाना जरूरी है।
लगातार निगरानी में है यात्रा मार्ग
गौरीकुंड के समीप क्षतिग्रस्त स्थान पर पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियां लगातार मौजूद हैं, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित कर रही हैं। श्रद्धालुओं को अस्थायी पगडंडी के माध्यम से पार कराया जा रहा है, ताकि यात्रा की निरंतरता बनी रहे।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यात्रा पूरी तरह से बंद नहीं हुई, बल्कि हर चुनौती से पार पाते हुए इसे व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है।
