उत्तराखंड में आगामी पंचायत चुनावों के लिए प्रदेश कांग्रेस ने तैयारियों को तेज कर दी है। पार्टी ने राज्य के 12 जिलों के लिए जिला प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। इस घोषणा के साथ पार्टी ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि वह पंचायत चुनावों को पूरी गंभीरता और रणनीति के साथ लड़ने जा रही है।
इस संबंध में आज देहरादून प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने की। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन व प्रशासन) सूर्यकांत धस्माना सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
भाजपा पर करारा हमला
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने पंचायत चुनाव की शुरुआत ही बेईमानी से की है। उन्होंने आरक्षण रोस्टर को शून्य करना असंवैधानिक बताया और कहा कि भाजपा सरकारी मशीनरी और बाहुबल का इस्तेमाल कर चुनाव को प्रभावित करना चाहती है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस को अब पूरी ताकत से मैदान में उतरकर पार्टी समर्थित प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करनी चाहिए। वहीं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आशंका जताई कि सरकार चुनाव में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करेगी, लेकिन जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
जिला प्रभारियों की सूची
चंपावत: महेंद्र सिंह पाल (पूर्व सांसद)
बागेश्वर: महेंद्र सिंह लूंठी
अल्मोड़ा: धीरेन्द्र प्रताप
पिथौरागढ़: भगीरथ भट्ट (प्रदेश उपाध्यक्ष)
नैनीताल: संजीव आर्या (पूर्व विधायक)
उधम सिंह नगर: रणजीत सिंह रावत (पूर्व विधायक)
टिहरी: सूर्यकांत धस्माना (प्रदेश उपाध्यक्ष)
उत्तरकाशी: मंत्री प्रसाद नैथानी (पूर्व मंत्री)
रुद्रप्रयाग: विक्रम सिंह नेगी (विधायक)
देहरादून: वीरेंद्र जाती (विधायक)
चमोली: प्रदीप थपलियाल
पौड़ी: लखपत बुटोला (विधायक)
चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति
बैठक के बाद जानकारी देते हुए सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ग्राम पंचायत सदस्य, प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे सभी पदों पर मजबूत और लोकप्रिय उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता इन उम्मीदवारों के लिए पूरी ताकत से प्रचार और समर्थन करेंगे।
धस्माना ने यह भी बताया कि जल्द ही विधानसभा और ब्लॉक स्तर पर समन्वयकों की नियुक्ति की जाएगी, जो चुनावी समन्वय में जिला प्रभारियों, जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों का सहयोग करेंगे।